जब खामोश निगाहों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
हमतो बस खोये ही रहतें हैं उनके ख्यालों में,
पता ही नही चलता कब दिन कब रात होती है।
बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी बात होती है,
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।
किसी न किसी को किसी पर एतवार हो जाता है,
एक अजनबी सा चेहरा ही यार हो जाता है,
खूबियों से ही नही होती मोहब्बत सदा,
किसी की कमियों से भी कभी प्यार हो जाता है।
वो आँखों से अपनी शरारत करते हैं
वो अपनी अदाओं से कयामत करतें हैं।
हमारी निगाहें उनके चहरे से हठतीं नही,
और वो हमारी निगाहों की शिकायत करतें हैं।
वो आँखों से अपनी शरारत करते हैं
वो अपनी अदाओं से कयामत करतें हैं।
हमारी निगाहें उनके चहरे से हठतीं नही,
और वो हमारी निगाहों की शिकायत करतें हैं।
जब ख्याल तेरा मेरे दिल में आता रहा,
तो बहुत देर तक मेरा दिल जोर से धड़कता रहा,
जो तेरा जिक्र कल मेरे घर में छिड़ गया,
तो बहुत देर तक मेरा घर महकता रहा।